KULLU MANIKARAN

कुल्लू मणीकरण – हिमाचल प्रदेश भारत  ( KULLU MANIKARAN – HIMACHAL PRADESH INDIA ) 


KULLU MANIKARAN

कुल्लू ( Kullu ) पहले कुलांतपीठ के नाम से जाना जाता था ! ब्यास नदी के किनारे बसी सुंदर नगरी, एक से बढकर एक कई सुंदर खाईया, कुदरत की खुबसुरतीसे से भरे पहाड, कोहरे की चादर हटाके झाकणे वाली गरम धूप, हरी चराई और बहते खुबसुरत झरने ऐसे सौदर्यसे भरा ये पर्यटन क्षेत्र पर्यटक, ट्रेकर्स और तीर्थयात्रीयोंको मोहित करने वाला है ! 

हिमाचल याने देवभूमी, मंदीरोंका प्रदेश कुल्लू भी उससे अलग नही ! इस गांव के आसपास भी कई समाधीया, मंदीरे और पवित्र क्षेत्र है ! कुल्लू बसस्टॉप से नजीक सुल्तानपुर का रघुनाथ मंदीर ये इस प्रदेश की मुख्य देवता ! इस खाई मे जितने भी मंदीर है उसमेसे सब भगवान दस्सेरे को रघुनाथ भगवान से मिलने आते है याने उनकी पालखी यहा लायी जाती है ! कुल्लू मनाली रोड पे बसा वैष्णोदेवी मंदीर ये दुसरा महत्त्वपूर्ण स्थान ! पांच किलोमीटर पे बसे  भुवनेश्वरी मंदीर मे की गयी पहाडोंकी पेंटींग और सुंदर शिल्पकला देखने लायक है ! विष्णु मंदीर और आठवे सदी का दियार से करीब बसा शिव मंदीर बहोत प्रशस्त और पत्थर की आकर्षक खुदाई के लिये मशहूर है ! 

सुल्तानपुर से करीब बसा रुपी पॅलेस कुल्लू शैली मे बने मिनिएचर पेंटिंग के लिये मशहूर है और इन पेंटिंगज मे मानव के आकार नही है ! १४ किलोमीटर दुर और २४६० मीटर की उंचाई पे बसा बिजली महादेव मंदीर खासियत भरा है ! मनसरी गांवसे ३ किलोमीटर का ट्रेक करना पडता है ! ये शिवलिंग बारबार बिजली गिरने से दो हिस्सो मे बट जाता है और पुजारी उसे फिरसे स्थापित करते है इसलिये ये बिजली महादेव मंदीर के नाम से जाना जाता है ! यहाँ से मणीकरण व्हॅली का नजारा चकीत कर देता है ! ६ किलोमीटर की दुरीपर पलानी फॉल्स करके लोकप्रिय पर्यटन क्षेत्र है ! मार्च मे यहा मेला लगता है ! यहाँ बहोत बडा नॅशनल पार्क है जिसमे कस्तुरीमृग, काला भालू, स्नो लेपर्ड जैसे वन्यजीव देख सकते है ! 

कुल्लू से मणीकरण की दुरी महज ४५ किलोमीटर की है ! यह जगह पार्वती व्हॅली के नाम से भी जानी जाती है ! इस प्रदेशपर शिवपार्वती फिदा हो गये थे ऐसी लोंगोंकी भावना है ! करिबन ११०० सो साल वो इस जगह मे थे ! यहीपर पार्वती के कान की मणी खो गयी थी फिर शेषनाग ने उसे पृथ्वी के पेठ से बाहर निकाला ! कर्ण मणी इसलिये ये मणीकरण ! शेषनाग की फुत्कार से जमीन मे दरारे पड गयी और उसमेसे गरम पानी के झरने बाहर निकले ! इस झरने के सल्फरयुक्त पानी से भक्तजन स्नान करते है क्योंकि ये पानी औषधी है ! 

हिंदु और शीख इन दोनो की श्रद्धा जिस जगह है वो है रामचंद्र मंदीर ! यहा दिवार पर शिलालेख बनाये हुये है ! यह शिवमंदीर १९०५ साल मे आये हुये भूकंप से झुक गया था ! इस शिवमंदीर के दर्शन गुरु नानक ने भी लिये थे ऐसा कहा जाता है ! मणीकरण मे सुंदर गुरुद्वारा भी है ! ट्रेकर्स का पसंदीदा पीन पार्वती पास ४८०६ मीटर की उंचाई पर है जो सतलज और स्पिती व्हॅली को जोडता है ! हरिंदर पर्वत और पार्वती नदी ये कुछ और सुंदर जगह पर सबसे अलग ६९ किलोमीटर पे बसा शोजा ये स्थान ! २६९२ की उंचाई पे बसा ये स्थान कई सुंदर बंगलो, नदीया, झरने, चराई और कई तरह की जंगली फुल से समृद्ध है यहा मनचाहा कुदरत की सुंदरता का मजा ले सकते है ! अगर मन चाहा तो पास का जलोरी पास ट्रेक भी कर सकते है ! 

कुल्लू की शाले बहोत मशहूर है ! हिमाचल की खास टोपी, गरम कपडे और तराशी हुयी लकडी की वस्तु ये भी खरीद सकते है ! यहा रहने के लिये हॉटेलोंकी अच्छी सुविधाये है ! आस पास की जगह पे जाने के लिये टॅक्सी मिलती है ! खानेपिणेके अच्छे इंतजाम है पर बहोत जन एक दिन यहाँ रहकर मनाली की ओर निकल जाते है ! 

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