सन १९७० सदी के शुरुवाती दिनो मे एक स्थानिय ग्वाक्वेर ( कब्र के लुटेरे ) फ्लोरेंटिनो सिपुल्वद और उनके दो बेटे ज्युलिओ सीसर और जॅकोबॉ नदी के किनारे से १००० से भी ज्यादा पत्थर की सिढीया चढने के बाद कोलंबिया के प्राचीन शहर सिएरा नेवाडा मे पहुंचे थे ! और एक स्रोत बताता है कि ग्वाक्वेर उष्णकटिबंधीय पंख पक्षी की शिकार कर रहे थे तब वह इस निर्जन शहर से टकरा गए थे ! छोड़ दिये गए शहरो मे शहर मे खजाना पाया जाता था और सिपुल्वद ऐसे शहरों को लूटने में कोई समय बर्बाद नहीं करता था ! समाचार तेजी से फैल रहा था जो धन का हिस्सा चाहते थे ऐसे अन्य ग्वैक्वर्स को आकर्षित कर रहा था ! जिस वजह से इस जगह को गिरफ्त मे लेने के लिए प्रतिद्वंद्विय पक्षो मे बहोत ही भयानक लढाईया शुरु हो गई ! ग्वाक्वेर्स इस जगह को इन्फिरर्नो वर्डे (ग्रीन हैल) के रूप में तब्दील कर दिया गया !हालांकि आज इस जगह को स्यूदाद पेरिडाडा ( लॉस्ट सिटी ) के नाम से जाना जाता है !
ऐसा माना जाता है की स्यूदाद पेरिडाडा को ९ वी सदी मे बनाया गया होगा और १६ वी सदी के अंत तक यहा पर त्योरोन जमाती के लोगो का कब्जा रहा होगा ! हालांकि ३० वर्षोंसे अधिक समय के लिए स्यूदाद पेरिडाडा मे पुरातात्विक कार्य को अंजाम दिया गया था ! जिसमे से केवल १० प्रतिशत जगह की ठिक से खुदाई की गई थी ऐसा अनुमान लगाया जाता है ! पुरातत्वविदों ने लगभग 200 वर्गमीटर की जगह मे से केवल ०.३ वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को कवर कर लिया था ! इस जगह की संरचनाओं में विभिन्न आकारों के छत, पत्थर के रास्ते और सीढ़ियां, प्लाजा, औपचारिक और भोजन क्षेत्र, नहरों और भंडारगृहों के घर शामिल हैं !
माना की ग्वाक्वेर अपने लूटपाट मे क्रूर थे मगर वे स्यूदाद पेरिडाडा से सब कुछ ले जाने का प्रबंध नही कर पाए ! इसलिये इस जगह मे किए गए पुरातात्विक कार्य मे विभिन्न कलाकृतियोंके अवशेष मिले जो स्यूदाद पेरिडाडा के त्योरोन जमाती की कला को उजागर करते है ! यहा पाए गए वस्तुओं में मूर्तियां, दोनों अनुष्ठान और हर रोज इस्तेमाल कर सके ऐसे सोने के साथ-साथ अर्ध कीमती पत्थरों के हार भी शामिल थे ! इनमें से कुछ कलाकृतियों को एक तटीय शहर स्थल से कुछ दूरी पर सांता मार्ता और देश की राजधानी बोगोटा में म्यूजियो डेल ओरो में प्रदर्शित किया गया है !
सन १९६० के दशक मे यहांके आसपास के जंगलो मे नशीली दवाओं के लिए युद्ध और अर्द्धसैनिक गतिविधियों चलती रही ! कुछ साल बाद सन १९७० के दर्मियान सेपुल्वेद ने स्यूदाद पेरिडाडा की खोज की जिसके बाद कोलंबिया सरकार ने यहा कदम रखा और फिर इसके बाद सैनिकों को और पुरातत्ववादियों को इस जगह की सुरक्षा के लिए भेजा गया ! फिर भी कुछ वर्षो तक ग्वाकारोस के साथ छोटी बडी लढाई या और लूट चलती रही ! सन २००३ मे आठ विदेशी पर्यटकों को उनके गाईड के साथ गुरिल्ला समुह ने अगवा कर लिया था जिसे ईएलएन व्हिल्स्ट के नाम से जाना जाता है जो सिउदाद पेरडिडा के रास्ते मे है ! सौभाग्य से उन्हे तीन महिने के बाद रिहा कर दिया गया मगर तब तक इस घटना के बाद स्यूदाद पेरिडाडा तक जनता का जाना बंद कर दिया गया था ! सन २००५ मे सैनिको द्वारा ट्रेक की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बाद पर्यटकोंको एक बार फिर इस प्राचीन क्षेत्र मे जाने की इजाजत दी गई !
सुरक्षा में बढ़ोतरी के कारण पर्यटक संख्या में भी वृद्धि हो गई है, जैसे की स्यूदाद पेरिडाडा मे आने वाले पर्यटकों की संख्या २००७ मे २००० से २०१५ मे २०००० तक बढ गयी है ! हालांकी यहापर पर्यटन संभवता आय के स्त्रोत मे नशीली दवाओंका लेन देन का केंद्र बन सकता है जो यहां की बडी समस्या बन सकती है ! जैसे अक्सर देखा गया है दुनिया भर के कई अन्य विरासत स्थलो के पर्यटन पर सरकार का नियंत्रण होता है जो यहापर दिखाई नही देता जिसका निश्चित रुप से इस क्षेत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड सकता है ! इसके अलावा ऐसी बहोत से क्षेत्र है जो अधिकारीयों के निगरानी मे नही आते ऐसी अंजान जगहोंपर लूटमारी की वारदाते हो सकती है ! ऐसी लूटी हुई कलाकृतीया बाजार मे स्मृति चिन्ह की तौर पर बेची जा सकती है !
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