रावण की पूजा और श्राद्ध

एक ऐसा शहर जहाँ की जाती है रावण की पूजा और श्राद्ध 

RAVAN TEMPLE

राजस्थान का एक खुबसुरत शहर  है जोधपुर ! जो ब्लूसिटी के नाम से भी जाना जाता है, यहाँ पर्यटकोंको देखने लायक बहुतसी जगह है ! महल, किले और बगीचे ये तो यहाँ की शान है, इसके अलावा यहाँ एक अनोखा मंदिर भी है ! जहाँ रावण की पूजा होती है और हर साल परंपरा के अनुसार श्राद्ध भी होता है !

प्राचीन जोधपुर की राजधानी मंडोर, ये रावण की पत्नी मंदोदरी का गाँव है ! यहाँ रहने वाले पंडित गोधा श्रीमाली खुद को रावण के वंशज मानते है ! दशहरे के दिन बुरे आदतोंका दहन का प्रतिक मानकर देशभर में रावण दहन की परंपरा है ! रावण को बुरी आदतों का प्रतिक माना गया है मगर असल में रावण विद्वान, दशग्रंथी, और उत्तम ज्योतिषी था ! उसमे बहोतसे अच्छे गुण भी थे इसलिए रावण के वंशज उनकी पूजा करते है और हरसाल तर्पण करके उनका श्राद्ध भी करते है ! 

रावण की कुलदेवता खरनान देवी का जोधपुर के अमरनाथ मंदिर के परिसरमे मंदिर भी है ! दुनिया में बस ये एकही इस देवी का मंदिर है ! इसी अमरनाथ मंदिर पे शिवपूजा में लीन रावण की मूर्ती है ! शिव पूजन में लीन रावण की ये दुनिया की एकमेव मूर्ती है और ससुराल में जिसकी श्राद्धविधी होती हो ऐसा जमाई भी है ऐसी लोगोंकी धारणा है ! रावण को खीरपुरी बहोत पसंद थी इसलिए इस मंदिर में पूजा के वक्त इसका भोग चढ़ाया जाता है ! यहाँ रावण के कुछ वंशज है ! दशहरे के दिन रावण को मार गिराया था इसलिए इस दिन को उनके नाम से सूतक स्नान करके ये दिन मनाया जाता है ! इस अमरनाथ मंदिर के सामने ही मंदोदरी का भी मंदिर है ! उनके हाथ में शिवलिंग है ! मंडोर के कन्या इसलिए उनका नाम मंदोदरी वह भी बड़ी पुण्यवान थी इसलिए पाँच कन्याओंमे उनका नाम लिया जाता है !  

No comments:

Post a Comment