दुनिया का सबसे छोटा झरना सिर्फ २ मीटर लंबा है जो वेन्टा रॅपिड या लॅटवियन भाषा मे वेन्टास रुंबा के नाम से जाना जाता है ! लेकीन इसकी कम उंचाई के कमी को इसकी प्रभावशाली चौडाई भर देती है ! मगर वसंत ऋतू मे आए बाढ की कारण वेन्टा रॅपिड की चौडाई २७० मीटर हो गयी जिसके कारण ये युरोप का सबसे बडा झरना बन गया ! गर्मीयों के मौसम मे पानी की कमी की वजह से इसकी चौडाई २५० मीटर तक पहुंच जाती है !
डेविनियन डोलोस्टोन की एक परत के उपर वेन्टा रॅपिड की धारा बहती है ! नीचे की तरफ ऐसा ही एक अधिक नाजुक डॉल्स्टोन्स जो उपर की कठीण परत को धीरे धीरे कम कर रहा है, जिसकी वजह से यह परत समय समय पर गिरते जा रही हैं ! यही वजह है झरना धीरे धीरे घट रहा है, मगर मध्य भाग में धारा अधिक शक्तिशाली होने की वजह से झरना किनारों की तुलना में मध्य भाग मे काफी हद तक आगे की तरफ बढ़ गया है !
वेन्टा रॅपिड मध्यपूर्व काल मे पानी के जहाजों के मार्ग मे रुकावट साबित हो रहा था इसलिए १७ वी सदी के मध्य मे इस झरने के चारो ओर के बायपास का निर्माण गिरना शुरु हो गया ! जहाजों के बडे आकार की वजह से इस निर्माण पे रोख लगा दी गई और वेन्टा का ये आंतर्देशीय जलमार्ग अपात्र घोषित कर दिया गया !
पानी का स्तर जब वसंत और शरद ऋतू के दर्मियान बढ जाता है तो झरने की दिवारे कम हो जाती है ! तब नदी के प्रवाह मे बहने वाली मछलिया हवा मे कुदकर इस झरने मे जाने की कोशिश करती है ! इस अवसर का उपयोग करके स्थानीय मछुआरे इस झरने की लंबाई के साथ बास्केट रखकर मछली पकडने का लाभ उठाते है !
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