Photo Credit : wikimedia |
उंचे एटलस पर्वत के दक्षिण ढलान पर ऐट-बेन-हडाउ शहर बसा हुआ है ! यह एक मानव निर्मीत बहोत ही खुबसुरत जगह है जो मोरक्को के चट्टानो भरे रेगिस्तान के खाई के साथ बसा हुआ है ! शहर अपने कस्बास के लिए सबसे प्रसिद्ध है जहा लंबी इमारते कोनो की टॉवरो द्वारा प्रबलित रक्षात्मक दिवारों के साथ एक साथ भिडे है ! इस तरह के शहर को केसार या एक गढ़वाले शहर के रूप में जाना जाता है ! ऐट-बेन-हडाउ केसार दक्षिण मोरक्को के वास्तुकला का सबसे अच्छा उदाहरण माना जाता है !
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इस शहर की रेगिस्तान में बसी नाटकीय स्थापना पश्चिम के लोगों के ध्यान से नही बच पायी ! यूनेस्को की इस विश्व विरासत स्थल का इस्तेमाल लगभग दो दर्जन हॉलीवुड फिल्मों में किया गया है ! जिसमें लॉरेंस ऑफ अरब, द लास्ट टेम्पटेशन ऑफ़ क्राइस्ट, द मम्मी, ग्लैडीएटर, अलेक्जेंडर और अधिक फिल्मो तथा हाल ही के गेम ऑफ थ्रोन्स टीवी शसेरीज भी शामिल हैं !
ऐट-बेन-हडाउ की स्थापना ७५७ एडी में बेन-हडाऊ ने की थी ऐसा स्थानीय लोगों का विश्वास है ! जिसकी कब्र इस शहर के पीछे कहीं पडी है ऐसा कहा जाता है ! हालांकि १७ वीं सदी से पहले इस शहर में कोई भी निर्माण की तारिख नही मिलती मगर ऐसा पता चलता है की उनकी संरचना और तकनीक बहुत ही प्रारंभिक अवधी की हैं ! शहर मूल रूप से महत्वपूर्ण रणनितीक व्यापारिक मार्ग पे बसा था जो सहारा और माराकेच को जोड़ता था ! जैसे ही १६ वी सदी मे ट्रांस-सहारा मार्ग रद्द किया गया वैसे ही ऐट-बेन-हडाउ अपने महत्व को खोता चला गया ! अब शहर के अधिकांश मूल निवासियों को नदी के पार एक और आधुनिक गांव में स्थानांतरित कर दिया गया है, जो सड़क के करीब है ! लेकिन अभी भी कुछ परिवार केसार के भीतर पारंपरिक जीवन के साथ जुड़े हुए हैं !
सन १९६२ की फिल्म लॉरेंस ऑफ अरबिया शूटिंग के दौरान निर्देशक डेविड लिन ने एट-बेन-हडाऊ में केसार के अंदर ढहते हुए कई घरों की मरम्मत की ! सन १९८७ में यूनेस्को की मान्यता के बाद इस शहर की मरम्मत की गई जिसकी वजह से सामने की ओर से शहर बहुत अच्छी स्थिति में दिखाई दे रहा है ! मगर पिछे की तरफ की इमारतों पे भी ध्यान देना बहोत ही जरुरी है !
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