काश्मीर का करिष्मा ( MAGIC OF KASHMIR )
आंखोंमें संजोके रखने लायककुदरत की खूबसूरती, बर्फसे झकी ऊंची ऊंचीपरबत की चोटिया, बहोत सारे तालाब, सरोवर, बहती नदिया,झरने,घनाजंगल इन सबसेसजा पृथ्वीपरका नंदनवनयानी कश्मीर ! हरएक इन्सान नेजीवन में एकबारतो यात्रा करनीचाहिये एक ऐसासुन्दर राज्य ! गर्मीयोंमे कश्मीरमें जाना चाहियेऐसी हर एककी सोच होतीहै ! आम तौरपे देखा जायतो जब भीमौक़ा मिले तबकश्मीर जाना चाहियेक्योंकी हर एकमौसम में यहाँअलग अलग दृश्यदिखायी देता है! कश्मीर का सौदर्यसबको मोहित करनेवाला है ऐसेये राज्य १५ ऑगस्ट१९४७ को भारतका गणराज्य बना! कश्मीर के राजाहरिसिंग ने भारतपाकिस्तान के बटवारेके समय भारतमें रहने कानिर्णय लिया औरयह राज्य भारतका अविभाज्य हिस्साबन गया !
इस सुन्दर राज्य कोकही सालोंतक आतंकवादकी पीड़ा साहनीपडी ! आज भीउस आग कीलपेटोनमें यह जलरहा है मगरपहले जैसा आतंकवादअब ख़त्म होनेके कगार परहै ! कही सालोंपहले हिंदी चित्रपटसृष्टी का शूटिंगके लिए पसंदीदाबना यह ठिकाणअस्थिरता के समयमें जैसे दुनिया से दूरहो गया था! मगर अब पहलेजैसे पर्यटकोंकी आवाजाहीचालु हो गयीहै ! साधारणता अप्रैलमाह के बादयहाँ पर्यटकोंकी आवाजाहीका समय शुरूहोता है ! मगरबीते कुछ सालोंमेफेब्रुवारी से हीपर्यटकोंकी भीड़ यहाँआना शुरू होगयी है जीदिसम्बर तक बनीरहती है जिसकेवजह से कश्मीरीभाइयोंके चेहरे पर मुस्कानआ गयी है! क्योंकी पर्यटन ही यहाँरोजगारी का सबसेबड़ा साधन है!
श्रीनगर जम्मू कश्मीर कीराजधानी है ! कश्मीरदेखना हो तोसबसे अच्छा हैकी श्रीनगर आकेरहे और फिरआस पास केपहलगाम, गुलमर्ग, सोनमार्ग, मानसबल, क्षीरदेवी जैसी प्रेक्षणीयस्थल देखे ! देखनेजाये तो श्रीनगरसब स्थलोंके बीचकी जगह हैजहांसे आप किसीभी पर्यटन क्षेत्रकी सैर करसकते है ! सबसेपहले श्रीनगर मेंएक दिन रुकनेके बाद आगेकी सफर कीरूपरेखा बना ले! सब जगह जाके आने केबाद फिर दोदिन श्रीनगर मेंरहके श्रीनगर केसौदर्य की मजाले !
झेलम नदी केतट पे बसाश्रीनगर शहर देखनेजाय तो छोटादीखता है मगरइस नदीके ऊपरबने नौव ऐतिहासिकपूलोंकी वजह सेयह शहर दोनोतरफके शहरोंसे जुड़गया है ! सबसेबड़ा मार्केट यहीहै ! बहोत बड़ेबगीचे, हाऊसबोट, शिकारे, दलसरोवर इन सबलोकप्रिय जगहोंमे और एकजगह शामिल करली गयी हैवो है ट्यूलिपगार्डन ! श्रीनगर पहोचते हीसबसे पहले दलसरोवर की यात्राकरे क्योंकी ज्यादातरट्यूरिस्ट कंपनीया श्रीनगर केपहले हॉल्ट मेंमुसाफिरों के रहनेका हाऊसबोट मेंही प्रबंध करतेहै ! दल लेकको श्रीनगर कीनाभी कहा सकतेहै और उसमेतैरते हुई सेकड़ोहाऊसबोटोंको तैरता महल कहसकते है ! ब्रिटिशपरम्परा अनुसार सेदार कीलकडीयोंसे बनायी हुयी १००-१२५ फिटलंबी हाऊसबोट काअनुभव लेना चाहिये! अंदर से सजाईहुयी, ओक लकडीयोंपरतराशी हुयी खूबसूरतकारागिरीपर नजर ठहरजाती है ! ऐसेये पानी केजहाज अपनारहने का आनंदबढ़ा देते है!
शाम ढलते हीशिकारा राईड कामजा लेना चाहिये! चार पांच जानबैठ सके ऐसेसजाये हुये यहशिकारा दल सरोवरमें सैकड़ोंकी तादादमें तैरते रहतेहै ! एक डेढ़घंटे के इससफर में तैरतेखेत, तैरते घर, तैरता मार्केट देखतेदेखते सूर्यास्त कबहो जाता हैपता ही नहींचलता ! दल सरोवरमें तैरते यहशिकारे जैसे रंगबिरंगे ड्रेस पहनके घुमातीजलकन्या नजर आतीहै ! शिकारा सफरकरते समय बाजूंकेशिकारे से केशर, सुकामेवा, कपडे, सब्जी, रंगीबेरंगी मौल्यवान मोतीयोँके गहनेऐसी कई तरहकी चीजे बेचीजाती है येभी आप देखसकते है !
श्रीनगर में मुग़लबादशाहोंने ने निर्माणकिये हुये बड़ेबगीचे देखने लायकहै ! चश्मेशाहीमे पानीका जागृत झरनादिन रात बाहरहा है जिसकापानी औषधी हैऐसा कहा जाताहै ! पानी ज्यादा मात्रा में होने की वजह से यहाँ काफी हरियाली, अलग अलग तरह की रंगी बिरंगी फूल, कई तरह के पेड़ इनकी कमी कही दिखाई नहीं देती और साथ साथ हिमालय की श्रृंखला हमेशा साथ होती है ! इस वजह से शहर की सुन्दरता और भी बढ़ जाती है ! निशात और शालीमार बाग़ भी चश्मेशाही बाग़ की तरही बहोत विशाल है ! एक दिन में दोनों बाग़ घूमने हो तो पाँव दर्द करने लगते है मगर सारा दिन देखने के बाद भी आपका मन उदास नहीं होगा वह बाग़ है ट्यूलिप गार्डन ! ट्यूलिप गार्डन देखने का असली मजा अप्रैल के पहले सप्ताह से तीसरे सप्ताह तक आता है ! फिर सालभर तक कुछ नहीं, कई तरह के मोहक रंग अठरा हेक्टर क्षेत्र में फ़ैली ट्यूलिप बाग़ जैसे जमीन पर फैला हुआ कारपेट ही है, उसका वर्णन शब्दोंमें बया करना मुश्कील है !
शंकराचार्य की टेकडी श्रीनगर से थोड़ी दूरीपर है ! करीबन दो सौ सीढिया चढ़ने के बाद भगवान शिव का मंदिर आता है और एक छोटीसी गुंफा जहां शंकराचार्य साधना करते थे ! पूर्णता पत्थरोंसे बनाया हुआ यह मंदिर देखनेलायक है मगर यहाँ से जो श्रीनगर का नजारा दिखाई देता है वह देखकर मन दीवाना हो जाता है ! तख़्त ए सुलेमान टेकड़ीपर शंकराचार्य जी ने एक हजार साल पहले तपस्या की थी ! सनातन धर्म को पुन्हा प्रस्थापित करने के लिए उन्होंने कश्मीर की यात्रा की थी !
श्रीनगर का लाल चौक यानी शहर का मुख्य बाजार ! यहाँ खासकर कश्मीरी बनावट के कपडे, परदे, कारपेट इन सब की बहोत सी दुकाने है ! उसके साथ साथ सुकामेवा, तराशी हुयी चीजे इनकी भी बड़ी बड़ी दुकाने यहाँ पायी जाती है ! यहाँ किसी भी दूकान में किसी भी चीज के ऊपर कोई कीमत नहीं लिखी होती है और मजे की बात एकही दूकान में एक चीज के दो अलग अलग भाव यहांके सेल्समन बताते है ! मतलब यहाँ की कीमते गिऱ्हाइक को देखकर तय की जाती है, इसलिए यहांसे कोई चीज खरीदने से पहले ये जांच ले उसकी कीमत सही है या नहीं !
यहाँ श्रीनगर को दो हिस्सोंमे बाटा जा सकता है जैसे नए श्रीनगर में बड़ी बड़ी हॉटेल्स, मेडिकल कॉलेज, बड़ा मार्केट और नयी इमारते देखी जा सकती है और जून श्रीनगर में छोटे रास्ते, जूनी परम्परा के अनुसार बनाये हुये घर, गालिया देखने को मिलती है ! महमद पैंगबर जी का पवित्र हजरतबल दर्जा भी देखने जैसा है !
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