माउंट एथोस पर पृथ्वी के सबसे पुराने जिवित मठवासी समुदाय का एक घर है जो ऐजियन समुद्र मे ग्रीक प्रायद्वीप पर स्थित है ! प्राचीन काल से यह पर्वत बसा हुआ है और इसको लगभग १८०० साल से निरंतर ईसाई उपस्थिति तथा लंबे ऐतिहासिक मठवासी परंपराओं के लिए जाना जाता है जो ९ वी सदीं से चली आ रही है ! आज इस क्षेत्र मे २० पुर्वी रुढीवादी मठ है जहा २००० से ज्यादा भिक्षुओं को दुनिया के बाकी हिस्सों से पृथक जीवन मिलता है !
अधिकांश भिक्षु एक मठ में साथ रहते हुए विभिन्न काम कर रहे हैं जैसे सब्जियों उगाना, शराब बनाना, मछली पकडना, लकड़ी की नक्काशी बनाना, सिलाई करना और बहोत कुछ ! और दुसरे स्केटे नामक झोपडीयो में रहने का विकल्प चुनते हैं जहां वे संपुर्णता तपस्वी जीवन जीते है !
स्केटों में से कुछ तपस्वी माउंट एथोस के दक्षिणी हिस्से मे खडी पहाडों में रहते हैं, जिसे करौलिया नाम से जाना जाता है ! कुछ मुट्ठी भर भिक्षुओं ने नीचे सैकडो फीट दुर्घटनाग्रस्त लहरों को तोडके छोटी सी झोपडीयों का निर्माण किया है जो इन चट्टान के किनारे पर लटक रही है ! यह झोपडीया इतनी दुर्गम है कि इसमे बास्केट को रस्सियों से खिंचकर जलने की लकडीया और भोजन की आपूर्ति की जाती है !
पुराने दिनों में तपस्वीयों ने रस्सियों में पहाड़ पर खुद को ढक दिया था और जंजीरों में अस्थायी पुलिओं ( चरखी ) को पार किया था ! आज चट्टानों के पास खड़ी लकड़ी की सीढ़ी होती है जिसका उपयोग पहाड़ी पर चढ़ने और नीचे उतरने के लिए करते हैं ! इनमें से कुछ भिक्षु ऐसे है जिन्होने कमजोर होने के वजह से दशकों तक उनके झोपडे नही छोड़े हैं !
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